पुनर्विवाह: दर्शकों के हाथों में आरती का भविष्य (original) (raw)
पुनर्विवाह: दर्शकों के हाथों में आरती का भविष्य
अपने ही बेटे के ठुकराए जाने के बाद सास द्वारा अपनी खुद की बहू के पुनर्विवाह पर आधारित जीटीवी पर धारावाहिक 'पुनर्विवाह' ने शुरुआत से ही सफलता हासिल की है। दूसरे विवाह से जुड़े पूर्वाग्रहों, लैंगिक भेदभाव जैसे विषयों से जुडे़ इस शो ने हिन्दी जनरल एंटरटेनमेंट चैनल पर प्रसारित धारावाहिकों में टॉप 10 शोज में जगह बना ली है।
धारावाहिक में दर्शकों की भावनाओं और संबंधों की ऊंचाई को देखते हुए जी टीवी ने इस बारे में दर्शकों से विचार आमंत्रित किए हैं कि क्या आरती (कृतिका सेंगर) को अपने पति यश (गुरमीत चौधरी) को यह बता देना चाहिए कि पुनर्विवाह से पहले वह विधवा नहीं थी, बल्कि उसने अपने पति से तलाक लिया था।
शरारती बेटे अंश को आरती के मायके भेजने के बारे में उसके और सास गायत्री तथा सूरज प्रताप के बीच चली आ रही गड़बड़ी के बाद आरती घर छोड़कर अलग रहने लगी। अंश को अपहरणकर्ताओं के चंगुल से मुक्त करने में यश द्वारा मदद के बाद आरती उसे सम्मान की दृष्टि से देखने लगती है। इसके बाद आरती को लगता है कि अंश को यश से अच्छा पिता नहीं मिल सकता।
इसी बीच आरती यश के घर लौट आती है और जब वह देखती है कि यश गुस्सा हो जाता है और अपना सारा गुस्सा अपने भाई प्रतीक पर उतारता है। आरती सास-ससुर के साथ मतभेदों को सुलझाना आरंभ कर देती है। यश का गुस्सा देख आरती दुविधा में है क्या वह यह सच्चाई बता दे कि वह विधवा नहीं, बल्कि तलाकशुदा है। अगर आरती ऐसा करती है तो एक बार फिर शादी खतरे में पड़ सकती है क्या वह इस मामले से निपट पाएगी या बात और बिगड़ जाएगी?
इस बारे में कृतिका कहती हैं कि यदि आरती की जगह दूसरी महिला होती तो ऐसी स्थिति में वह इस तरह के निर्णय से पहले शुभ चिंतकों से सलाह लेना पसंद करती। उन्होंने कहा कि मैं बेहद खुश हूं। चैनल ने हमारे शो में मेरे पात्र की दुविधा को सुलझाने के लिए दर्शकों से राय मांगने का फैसला किया है। इसी के आधार पर उचित निर्णय लिया जाएगा।
यही बात दर्शकों के सामने रखकर पूछी जा रही है कि आरती को क्या करना चाहिए? क्या मुझे यश को तलाक की कहानी सुना देनी चाहिए? आप pv y or N लिखकर 57575 पर एसएमएस कर अपने विचार बता सकते हैं। आरती का अगला कदम पूरी तरह से जनमत के आधार पर उठाया जाएगा।