एक्सप्रेस हाइवे: सवाई माधोपुर को दिल्ली-मुंबई से सीधा जोड़ेगा 8 लेन एक्सप्रेस हाइवे (original) (raw)

सवाई माधोपुर4 वर्ष पहले

दिल्ली-मुंबई के बीच की दूरी को कम करने व ट्रांसपोर्टेशन को 120 की स्पीड देने वाला प्रोजेक्ट अब जिले की धरा पर मूर्त रूप लेने लगा है। देश के बिग ड्रीम भारत माला प्रोजेक्ट में (दिल्ली-मुंबई कॉरिडोर) सवाई माधोपुर जिला भी शामिल है। इस प्रोजेक्ट के 2022 तक पूरा होने से जिले को अमरूद व सब्जियों के निर्यात में फायदा होने के साथ ही ट्रांसपोर्ट के क्षेत्र में भी क्विक सर्विस मिलेगी। दिल्ली-मुंबई 8 लेन एक्सप्रेस हाइवे का 68.4 किलोमीटर का हिस्सा जिले के चौथ का बरवाडा़, सवाई माधोपुर व बौंली उपखंड के 31 गांवों की सीमा से गुजरेगा। इस प्रोजेक्ट के लिए 6 कंपनियां लगी हैं। जिले की सीमा से टोंक, बूंदी व कोटा आदि जिले से सटी हुई है। जिले में तीन उपखंड मुख्यालय के 32 गांवों के करीब 13 हजार किसानों की जमीन अधिग्रहित की गई है। इन 13 हजार किसानों में से 11 हजार को मुआवजा राशि का भुगतान कर दिया गया है, शेष को भुगतान की प्रक्रिया चल रही है। यह प्रोजेक्ट 2022 तक पूरा होना है। हाइवे निर्माण के बाद जिले में एक टोल स्थापित किया जाएगा।

एक्सप्रेस-वेेे बनने से ये होंगे तीन बड़े फायदे

1 . दिल्ली- मुंबई एक्सप्रेस-वे बनने से जिले की दिल्ली और मुंबई दूरी घटेगी, वहीं समय भी बचेगा। 3 घंटे में दिल्ली व 9 घंटे में मुंबई पहुंचेंगे। 8 लेन हाइवे बनने के बाद सवाई माधोपुर की कनेक्टिविटी दिल्ली-मुंबई से सीधी हो जाएगी।

2 . औद्योगिक कॉरिडोर होगा विकसित हाइवे बनने से इसके दोनों तरफ परिवहन व औद्योगिक कॉरिडोर विकसित होगा। जिले की भौगोलिक स्थिति को देखते हुए यहां कई औद्योगिक इकाइयों के स्थापित होने की संभावनाएं भी बढे़गी।

3 . 31 गांव की सीमा से गुजरेगा हाइवे : बौंली तहसील में घाटा नैनवाड़ी, भेड़ोली, सोमवास, झनून, थड़ी, खिरखिड़ी, बौंली, रवासा, बड़ागांव सरवर, रसूलपुरा, हिंदूपुरा, जटावटी, पीपलवाड़ा, बासड़ा नदी, सहरावता, चौथ का बरवाड़ा तहसील में त्रिलोकपुरा, टोरड़ा, भगवतगढ़, रेवतपुरा, जौला, कावड़, सवाई माधोपुर तहसील में इटावा, बिलोपा, धमूणकलां, डेकवा, जैसापुरा, कुश्तला, मुई, पीपलवाड़ा, बदावदा, खिजूरी आदि गांवों की सीमा से हाइवे गुजरेगा।